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तीन मुखी रुद्राक्ष का हिन्दू धर्म में काफी अधिक महत्व माना जाता है। इस रुद्राक्ष को पहनने वाले से जीवन से सभी दुःख दूर होते है और यह जीवन को खुशी और आराम से भरा बनाता है। माना जाता है इसे। तीन मुखी रुद्राक्ष को त्रि शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। इसे गले में धारण करने से व्यक्ति को कई प्रकार की शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। और उस व्यक्ति का मन हमेशा शुद्ध रहता है। इसे पहनने से व्यकित को मोक्ष की प्राप्ति होती है। तीन मुखी रुद्राक्ष दीर्घायु प्रदान करता है और आसपास हर वक़्त सकारत्मक ऊर्जा बनी रहती है माना जाता है तीन मुखी रुद्राक्ष में महादेव का सदैव वास् बना रहता है इसलिए जो भी व्यकित तीन मुखी रुद्राक्ष को धारण करता हे उस पर हमेशा महादेव का आशीर्वाद बना रहता है।
तीन मुखी रुद्राक्ष व्यकित का आत्मबल बढ़ाता है और जातक को शक्तिशाली बनाता है।
अगर किसी व्यकित को पेट से सम्बंधित परेशानी हो तो उसे यह 3 Mukhi Rudraksha जरूर धारण करना चाहिए।
जो भी नौकरी पेशा व्यकित हैं उन्हें 3 मुखी रुद्राक्ष जरूर पहनना चाहिए क्योंकि इससे उन्हें अपने हर कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती ह। और काम में उन्नत्ति होती है।
तीन मुखी रुद्राक्ष व्यकित की बुद्धि और बल को बढ़ाता है। और जातक के चेहरे पर भी तेज और चमक लाता है।
यह मंगल के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है और मंगल दोष से मुक्ति मिलती है।
तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने या घर में रखने से धन का आगमन होता है। और मान सम्मान में वृद्धि होती है और घर में हो रहे तनाव को दूर करता है।
ऐसी मान्यता है कि छात्रों को यह रुद्रक्षा जरूर धारण करना चहिये इससे उनके अंदर साहस उत्पन्न होता है।
रुद्राक्ष को सबसे पहले गंगाजल से धो ले
इसके बाद भगवान शिव जी का ध्यान करे।
तीन मुखी रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पिले रंग के धागे में ही धारण करें ।
3 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले 108 बार ऊं क्लीं नम: का जाप करना चाहिए ऐसा करने से दोगुना लाभ मिलता है।
कभी भी स्वयं का पहना हुवा रुद्राक्ष किसी और को नहीं देना चाहिए।
यदि कुंडली में मगल ग्रह कमजोर हो तो उन्हें 3 Mukhi Rudraksha धारण करना चाहिए। क्योकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 3 मुखी रुद्राक्ष का स्वामी मंगल देव है।
जिस भी जातक को पेट से सम्बंधित परेशानी हो तो उन्हें यह रुद्राक्ष जरूर धारण करें।
अगर रोजगार में लगातार परेशानिया आ रही हो तो ३ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
3 मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान क्या है ?
तीन मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान यही है की अगर उसे पानी में डुबोया जाये तो वह डूब जाता है ,जबकि नकली रुद्राक्ष पानी में तैरता है।
असली रुद्राक्ष को अगर सरसो के तेल में डुबो के रखे तो वह और अधिक चमकता है।
रुद्राक्ष को गरम पानी में डुबो के रखे अगर वह रंग छोड़ने लग जाये तो इसका मतलंब वह नकली रुद्राक्ष है।
तीन मुखी रुद्राक्ष बहुत ही पवित्र रुद्राक्ष है इसे पहनने के बाद हमे मॉस – मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।
और एक जरूरी बात ये भी है की रुद्राक्ष को कभी भी श्मशान घाट पर नहीं ले जाना चाहिए। इसके अलावा नवजात शिशु के जनम के स्थान पर भी रुद्राक्ष को नहीं ले जाना चाहिए।
असली तीन मुखी रुद्राक्ष को आप हमारी Prabhu Bhakti Website से Online Buy कर सकते है।